वह अकेली थी
और सड़क थी सुनसान…
खूबसूरत थी उसकी जिंदगी
अचानक से! हो गई वीरान…
फिर न्याय के दरवाजे पर लगाई उसने गुहार
न्याय के रख वालों ने सुनी उसकी पुकार
पूरा न्यायालय रो उठा सुन उसकी चीतकार…
और लगाई उन दरिंदों को जोर की फटकार
न्याय की देवी ने दी उन्हें कठोर सज़ा
पर क्या यही थी उस लड़की की भी रज़ा?
नहीं!! क्योंकि उसे चाहिए था इंसाफ
और एक स्वच्छ साफ समाज