
वह अकेली थी
और सड़क थी सुनसान…
उसके हाथों में था स्कूटी का हैंडल
और आंखों में घर पहुंचने की चाहत
कुछ ही दूर थी उसकी मंजिल
पर वह पहुंच ना सकी
बीच सड़क पर स्कूटी हुई बंद
और उसकी सांसे हो गई मंद
घबराई सी!!
वह पहुंची मदद की आस में
कुछ लोगों के पास
उन दरिंदों ने लूटी उसकी इस्मत
और किया उसकी जिंदगी का नाश…

